HomeDefence personnel

Corruption in Armed Forces सशस्त्र बलों में भ्रष्टाचार

Corruption in Armed Forces सशस्त्र बलों में भ्रष्टाचार

GOVERNMENT OF INDIA
MINISTRY OF DEFENCE
DEPARTMENT OF MILITARY AFFAIRS

RAJYA SABHA
UNSTARRED QUESTION NO. 1340

TO BE ANSWERED ON 14th MARCH, 2022

CORRUPTION IN ARMED FORCES

1340. DR. V. SIVADASAN:
Will the Minister of Defence be pleased to state:

(a) the number of corruption cases involving personnel of Armed Forces;

(b) whether the number of corruption cases have increased over the years, if so, the details thereof since 2010; and

(c) the reasons therefor?

ANSWER

MINISTER OF STATE (SHRI AJAY BHATT)
IN THE MINISTRY OF DEFENCE

(a): The number of corruption cases involving the personnel of Armed Forces since the year 2010 are as under:

Army 1046
Navy 05
Indian Air Force 29

(b) & (c): There has been a decrease in number of corruption related complaints. The likely  reasons for the same are as follows:

(i) Strict action against delinquent personnel.

(ii) Sensitisation of environment on severity of consequences.

(iii) Regular promulgation of advisories and policies.

corruption-in-armed-forces

भारत सरकार
रक्षा मंत्रालय
सैन्य कार्य विभाग
राज्य सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 1340
14 मार्च, 2022 को उत्तर के लिए

सशस्त्र बलों में भ्रष्टाचार

1340. डा. वी, शिवादासन :

क्या रक्षा मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :

(क) भ्रष्टाचार के ऐसे मामलों, जिनमें सशस्त्र बलों के कार्मिक शामिल हों, की संख्या कितनी है ;

(ख) क्‍या भ्रष्टाचार के मामलों की संख्या पिछले कुछ वर्षों में बढ़ गयी है, यदि हाँ, तो वर्ष 2010 से लेकर अब तक तत्संबंधी ब्यौरा कया है; और

(ग) इसके क्या कारण है?

उत्तर

रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री (श्री अजय भट्ट)

(क) वर्ष 2010 से भ्रष्टाचार के ऐसे मामले, जिनमें सशस्त्र सेनाओं के कार्मिक शामिल हैं की संख्या निम्नवत है:

सेना 1046
नौसेना 05
भारतीय वायु सेना 29

 

(ख) और (ग) अपराध संबंधी शिकायतों की संख्या में कमी आई है । उक्त के लिए  संभावित कारण निम्नवत हैं:-

(i) अपराधी कार्मिक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करना।
(ii) परिणामों की गंभीरता के परिवेश के प्रति सचेत रहना।
(iii) परामर्श और नीतियाँ का नियमित प्रख्यापन।

Source: Rajya Sabha PDF

COMMENTS

WORDPRESS: 0