HomeEX-SERVICEMAN

Employment data on ex-servicemen भूतपूर्व सैनिकों के संबंध में रोजगार आंकड़ा

Employment data on ex-servicemen भूतपूर्व सैनिकों के संबंध में रोजगार आंकड़ा

GOVERNMENT OF INDIA
MINISTRY OF DEFENCE
DEPARTMENT OF EX-SERVICEMEN WELFARE

RAJYA SABHA

UNSTARRED QUESTION NO.12

TO BE ANSWERED ON 18th November, 2019

EMPLOYMENT DATA ON EX-SERVICEMEN

12. SHRI PARTAP SINGH BAJWA:

Will the Minister of DEFENCE be pleased to state:

(a) whether Government gathers data on the employment of ex-servicemen;

(b) if so, the details of unemployed ex-servicemen, State-wise;

(c) the number of ex-servicemen seeking employment through the Army Welfare Placement Organisation; and

(d) the measures taken by Government in this regard?

ANSWER

MINISTER OF STATE IN THE MINISTRY OF DEFENCE SHRI SHRIPAD NAIK

(a)  Yes, Sir.  Directorate General of Resettlement (DGR) has been designated as the nodal agency to collect and compile the required data for facilitating monitoring of implementation of reservation policy for Ex-servicemen (ESM).  DGR also maintains data on registration of Ex-servicemen for employment and their placement on Half Yearly basis based on data received from Rajya Sainik Boards/Zila Sainik Boards.

(b)  Details of unemployed ex-servicemen is not maintained.

(c)  Approx. 32000 to 37000 ex-servicemen are seeking employment through Army Welfare Placement Organisation (AWPO) per year.

(d)  From the data maintained by DGR where it is seen that the representation of ESM in Group ‘C’ and ‘D’ posts in respect of user organisation is not at par with the reservation prescribed, the user organisation is advised to examine the issue of deficiency and take remedial measures to make up such deficiencies.  The user organisations are also advised to consider undertaking special drive for recruitment of ESM against direct recruitment vacancy reserved for them.

*****


भारत सरकार
रक्षा मंत्रालय
भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग

राज्य सभा

अतारांकित प्रश्न संख्या 12

18 नवंबर, 2019 को उत्तर के लिए

भूतपूर्व सैनिकों के संबंध में रोजगार आंकड़ा

12. श्री प्रताप सिंह बाजवा :

क्या रक्षा मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :

(क) क्या सरकार भूतपूर्व सैनिकों के रोजगार संबंधी आंकड़े इकट्ठा करती है;

(ख) यदि हां, तो बेरोज़गार भूतपूर्व सैनिकों का राज्य-वार ब्यौरा क्या है;

(ग) आर्मी वेलफयर प्लेसमैंट आर्गेनाइजेशन के माध्यम से रोजगार तलाशने वाले भूतपूर्व सैनिकों की संख्या कितनी है; और

(घ) सरकार ने इस संबंध में क्या उपाय किए हैं ?

उत्तर

रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री (श्री श्रीपाद नाईक)

(क) जी, हां । पुनर्वास महानिदेशालय (डीजीआर) को भूतपूर्व सैनिकों (ईएसएम) के लिए आरक्षण नीति के क्रियान्वयन की मॉनीटरिंग को सरल बनाने के लिए आवश्यक आंकड़े एकत्र करने एवं समेकित करने के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामोद्दिष्ट किया गया है । डीजीआर रोज़गार के लिए भूतपूर्व सैनिकों के पंजीकरण संबंधी आंकड़े तथा अर्ध-वार्षिक आधार पर राज्य सैनिक बोर्डों / ज़िला सैनिक बोर्डों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर उनके प्लेसमेंट के आंकड़े भी रखता है ।

(ख) बेरोज़गार भूतपूर्व सैनिकों का ब्यौरा नहीं रखा जाता है ।

(ग) आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट आर्गेनाइज़ेशन (एडब्ल्यूपीओ) के ज़रिए लगभग 32,000 से 37,000 भूतपूर्व सैनिकों को प्रतिवर्ष रोज़गार मिल रहा है ।

(घ) डीजीआर द्वारा अनुरक्षित आंकड़ों से यह देखा गया है कि प्रयोक्ता संगठन के संबंध में समूह ‘ग’ और ‘घ’ पदों के बारे में भूतपूर्व सैनिकों (ईएसएम) का अभ्यावेदन निर्धारित आरक्षण के अनुरूप नहीं है, इसलिए प्रयोक्ता संगठन को सलाह दी जाती है कि वह कमी संबंधी मामलों की जांच करे और ऐसी कमियों को दूर करने के लिए उपचारात्मक उपाय करे । प्रयोक्ता संगठनों को यह भी सलाह दी जाती है कि वे भूतपूर्व सैनिकों (ईएसएम) के लिए आरक्षित सीधी भर्ती रिक्ति पर उनको भर्ती करने के लिए विशेष अभियान संचालित करने पर विचार करें ।

*******

Source: Rajya Sabha
http://pqars.nic.in/annex/250/Au12.docx
http://pqars.nic.in/qhindi/250/Au12.docx

COMMENTS

WORDPRESS: 0