Receipt of Pension Arrears of Rs. 1,63,017/- by widow after 1 year: Success Story of CPENGRAMS portal

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Receipt of Pension Arrears of Rs. 1,63,017/- by widow after 1 year: Success Story of CPENGRAMS portal

Receipt of Pension Arrears of Rs. 1,63,017/- by widow after 1 year: Success Story of CPENGRAMS portal

7. SUCCESS STORIES: PORTAL

7.2 Name: Ms. Naraini Devi

Success Story – Ms. Naraini Devi: Receipt of Pension Arrears of Rs. 1,63,017/- by widow after 1 year.

Background

Ms. Naraini Devi, from a small village in Rohtak, Haryana, faced financial difficulties after her husband, Late Sepoy Ram Mehar Singh, passed away. He had served in the Indian Army and later worked in the Ministry of Defence, entitling him to dual pensions from both the Army and the Civil Department.

Pension Disruption

Until January 2023, Ms. Devi received both pensions. However, in February 2023, her Civil pension was migrated to the SPARSH Portal, and her Army pension was stopped by the bank. Despite her efforts, including seeking help from the District Sainik Welfare Board, she could not restore the Army pension, leaving her in financial distress.

Filing a Grievance

Her son discovered the CPENGRAMS portal and filed a grievance on September 3, 2023 (DOPPW/E/2023/0039068). This case was forwarded to the Principal Controller of Defence Accounts (PCDA) for review and resolution.

Resolution

After careful examination, the PCDA informed the Central Pension Processing Centre (CPPC) of Punjab National Bank on December 28, 2023, that the Civil pension had been transferred to the SPARSH Portal, but the Army pension was pending transfer. They instructed the bank to take necessary action to ensure payment of the arrears.

Outcome

As a result, Ms. Naraini Devi received arrears amounting to Rs. 1,63,017, alleviating her financial hardship. This case highlights the effectiveness of the CPENGRAMS portal in resolving pension-related issues and providing relief to beneficiaries.

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सफलता की कहानी: श्रीमती नरैनी देवी

पृष्ठभूमि

श्रीमती नरैनी देवी, हरियाणा के रोहतक जिले के एक छोटे से गांव की निवासी थीं। उन्हें उनके पति, शहीद सिपाही राम मेहर सिंह की मृत्यु के बाद वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनके पति ने भारतीय सेना में सेवा की और बाद में रक्षा मंत्रालय के सिविल विभाग में काम किया था, जिससे उन्हें सेना और सिविल विभाग दोनों से दोहरी पेंशन प्राप्त होती थी।

पेंशन का विराम

जनवरी 2023 तक, श्रीमती देवी को दोनों पेंशन मिल रही थी। लेकिन, फ़रवरी 2023 में, उनकी सिविल पेंशन को SPARSH पोर्टल पर माइग्रेट कर दिया गया, और उनकी सेना पेंशन को बैंक ने अचानक बंद कर दिया। जिसके बावजूद कि वह जिला सैनिक कल्याण बोर्ड से मदद मांगीं, उनके प्रयास सफल नहीं हो सके और उन्हें वित्तीय कठिनाई में डाल दिया।

शिकायत दर्ज करना

उनके बेटे ने CPENGRAMS पोर्टल का पता लगाया और 3 सितंबर 2023 को एक शिकायत दर्ज की (DOPPW/E/2023/0039068)। इस मामले को पुनः मुलाकात के लिए प्राचार्य नियंत्रक रक्षा लेखा खाता (PCDA) को सौंपा गया।

समाधान

संवेदनशील जांच के बाद, PCDA ने 28 दिसंबर 2023 को पंजाब नेशनल बैंक के केंद्रीय पेंशन प्रसंस्करण केंद्र (CPPC) को सूचित किया कि सिविल पेंशन SPARSH पोर्टल पर स्थानांतरित कर दिया गया है, लेकिन सेना पेंशन अभी तक स्थानांतरित नहीं हुआ है। उन्होंने बैंक को आदेश दिया कि अरियर्स का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।

परिणाम

इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप, श्रीमती नरैनी देवी को 1,63,017 रुपये के अरियर्स मिले, जिससे उनकी वित्तीय कठिनाई दूर हुई। यह मामला न केवल उनकी कठिनाई को दूर किया बल्कि पेंशन लाभार्थियों के लिए पहुँची प्रभावी शिकायत प्रक्रिया की महत्वपूर्णता को भी प्रकट करता है।

Source: DoPPW

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