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Income Generated through Postal Service – increasingly earning revenues from non-traditional sectors डाक सेवाओं के माध्यम से अर्जित आय

Income Generated through Postal Service – increasingly earning revenues from non-traditional sectors डाक सेवाओं के माध्यम से अर्जित आय

GOVERNMENT OF INDIA
MINISTRY OF COMMUNICATIONS
DEPARTMENT OF POSTS

LOK SABHA
UNSTARRED QUESTION NO. 580
TO BE ANSWERED ON 20TH JULY, 2022

INCOME GENERATED THROUGH POSTAL SERVICES

580. SHRI C.N. ANNADURAI:
SHRI DHANUSH M. KUMAR:
SHRI GAJANAN KIRTIKAR:
DR. PON GAUTHAM SIGAMANI:
Will the Minister of COMMUNICATIONS be pleased to state:

(a) the quantum of income generated by the Government from various postal services during each of the last three years and the current year, postal servicewise;

(b) whether India Post is increasingly earning revenues from non-traditional sectors like e- commerce and Payments Bank and if so, the details thereof;

(c) the revenues earned by the Department of Posts in terms of percentage from various value added services/ non-traditional sectors during the above period;

(d) whether the revenue generation of postal services has been declining every year and the targets for each coming year are brought down by the Government

(e) if so, the details thereof along with the corrective steps taken in this regard;

(f) whether there has been an increase in the revenue deficit of India Post over the past few years,

(g) if so, the details thereof and the corrective steps taken in this regard?

ANSWER

MINISTER OF STATE FOR COMMUNICATIONS (SHRI DEVUSINH CHAUHAN)

(a) The income generated by the Government from various postal services during each of the last three years and the current year is given in Annexure.

(b) Yes Sir, India Post is increasingly earning revenues from non-traditional sectors like e- commerce and Payments Bank . Parcel business of the Department is consistently rising and in the last FY, Rs 500 crore was earned through parcel business, which are majorly e-commerce items. As regards Payments Bank, the revenues of the Bank increased from Rs 213 crore in 2020-21 to Rs. 461 crore in 2021-22.

(c) The revenue earned by the Department of Posts from various value added services /non- traditional sectors during the above period are as under

Services 2019-20 2020-21 2021-22
Value added services/ Non- traditional revenue as a percentage of total revenue 16.47% 15.08% 16.22%

(d) Revenue of Department of Posts declined only in the year 2020-21 owing to Covid lockdown. Since then the revenues are consistently on increase.

(e) In order to generate additional revenue, Department regularly reviews its offerings and takes appropriate action including introduction of new products and services to offer value additions to make them more customer and business centric. The Department in tie- up with Government organizations is providing various citizen centric services viz. Aadhaar Enrolment and updation facilities, Post Office Passport Seva Kendra, Passenger Reservation facilities, Digital Life Certificates etc.

(f) Yes Sir,

(g) The details are furnished below:

(In crore Rupees )

Year 2017-18 2018-19 2019-20 2020-21
Revenue Deficit 12416 13977 14813 17695

Department is taking various steps, as described at (e) above to increase the revenue of the Department. Additionally, Department is also controlling its expenditure and leveraging technology to decrease the revenue deficit.

ANNEXURE

(IN CRORES RUPEES)

S.NO Services 2019-2020 2020-2021 2021-22 2022-23 (UPTO MAY- 2022)
1 Speed Post, Parcel , Letter mails etc. 4056 2900 3650 457
2 Money Orders etc. 224 194 118 12
3 Savings Bank and Savings Certificates 8660 7056 6114 **
4 Commission/ charges received for providing services of Post Office Passport Seva Kendra, Aadhar Kendras, Railway reservation, Common Service Center etc 618 483 971 72
  **Revenue of savings Bank& savings certificate is realized at the end of financial year

***

भारत सरकार
संचार मंत्रालय
डाक विभाग
लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 580
उत्तर देने की तारीख 20 जुलाई, 2022

डाक सेवाओं के माध्यम से अर्जित आय

580. श्री सी. एन. अन्नादुरई :
श्री धनुष एम. कुमार :
श्री गजानन कीर्तिकर :
डॉ. पोन गातम सिगामणि :

क्या संचार मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :

(क) पिछले तीन वर्षो में प्रत्येक वर्ष और वर्तमान वर्ष के दौरान विभिन्‍न डाक सेवाओं से सरकार को डाक सेवा-वार कितनी आय अर्जित हुई;

(ख) क्या भारतीय डाक ई-कॉमर्स और पेमेंट्स बैंक जैसे गैर-पारंपरिक क्षेत्रों से तेजी से राजस्व अर्जित कर रहा है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्‍या है;

(ग) उक्त अवधि के दौरान विभिन्‍न मूल्यवर्धित सेवाओं/गैर-पारंपरिक क्षेत्रों से डाक विभाग दवारा कितने प्रतिशत राजस्व अर्जित किया गया;

(घ) क्‍या डाक सेवाओं के राजस्व में हर साल गिरावट आ रही है और आने वाले प्रत्येक वर्ष के लिए सरकार द्वारा लक्ष्यों को घटा दिया गया है;

(ड) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है तथा इस संबंध में क्या सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं;

(च) क्या पिछले कुछ वर्षों में भारतीय डाक के राजस्व घाटे में वृद्धि हुई है; और

(छ) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है तथा इस संबंध में क्या सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं?

उत्तर

संचार राज्य मंत्री
(श्री देवुसिंह चौहान)

(क) पिछले तीन वर्षों में प्रत्येक वर्ष और वर्तमान वर्ष के दौरान विभिन्‍न डाक सेवाओं के माध्यम से सरकार द्वारा अर्जित आय अनुबंध में प्रदान की गई है।

(ख) जी, हां। भारतीय डाक तेजी से ई-कॉमर्स और पेमेंट्स बैंक जैसे गैर-पारंपरिक क्षेत्रों से राजस्व अर्जित कर रहा है। विभाग का पार्सल व्यवसाय भी निरंतर बढ़ रहा है और पिछले वित्त वर्ष में, पार्सल व्यवसाय से 500 करोड़ रुपये अर्जित किए गए। इनमें मुख्यतः: ई-कॉमर्स वस्तुएं शामिल थीं। जहां तक पेमेंट्स बैंक का संबंध है, बैंक का राजस्व 2020-21 के 213 करोड़ रुपये की तुलना में 2021-22 में बढ़कर 461 करोड़ रुपये हो गया।

(ग) उपरोक्त अवधि के दौरान, विभिन्‍न मूल्यवर्धित सेवाओं/गैर-पारंपरिक क्षेत्रों से डाक विभाग द्वारा अर्जित राजस्व निम्नानुसार है :-

सेवाएं 2019-20 2020-21 2021-22
कुल राजस्व की तुलना में मूल्यवधित सेवाओं/गैर-पारंपरिक क्षेत्र से अर्जित राजस्व का प्रतिशत 16.47% 15.08% 16.22%

(घ) कोविड महामारी के परिणामस्वरूप लगे लॉकडाउन के कारण, केवल वर्ष 2020-21 में डाक विभाग के राजस्व में गिरावट दर्ज की गईं। इसके बाद से राजस्व में निरंतर वृद्धि हो रही है।

(ड) विभाग, अतिरिक्त राजस्व अर्जित करने के उददेश्य से अपने उत्पादों की नियमित समीक्षा कर उपयुक्त कार्रवाई करता है। इसके अंतर्गत ग्राहकों के लिए सेवाओं को और बेहतर तथा व्यवसायोन्मुखी बनाते हुए नए उत्पादों एवं सेवाओं की शुरुआत करना भी शामित्र है। विभाग, सरकारी संगठनों के साथ टाई-अप कर विभिन्‍न नागरिकोन्मुखी सेवाएं भी प्रदान कर रहा है, जैसे आधार नामांकन एवं अपडेशन सुविधाएं, डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र, यात्री आरक्षण सुविधाएं, डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र आदि।

(च) जी, हां।

(छ) विवरण निम्नानुसार है –

(करोड़ रुपये में)

वर्ष 2017-18 2018-19 2019-20 2020-21
राजस्व घाटा 12416 13977 14813 17695

विभाग, अपने राजस्व में वृद्धि के उद्देश्य से उपरोक्त (ड) में वर्णित विभिन्‍न कदम उठा रहा है। इसके अतिरिक्त, विभाग अपने व्यय को भी नियंत्रित कर रहा है और राजस्व घाटे को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठा रहा है।

अनुबंध

(करोड़ रुपये में)

क्र.सं. सेवाएं 2019-2020 2020-2021 2021-22 2022-23 (UPTO MAY- 2022)
1 स्‍पीड पोस्‍ट, पार्सल, पत्र मेल आदि 4056 2900 3650 457
2 मनीऑडर आदि 224 194 118 12
3 स्पीड पोस्ट, पार्सल, पत्र मेल आदि 8660 7056 6114 **
4 डाकघर पासपोर्ट सेवा केट्र, आधार केंद्र, रेलवे आरक्षण, सामान्य सेवा केद्र (सीएससी) आदि की सेवाएं मुहैया कराने
के लिए प्राप्त कमीशन/प्रभार
618 483 971 72
  **बचत बैंक एवं बचत पत्र से अर्जित राजस्व वित्त वर्ष के अंत में प्राप्त किया जाता है।

Source: Lok Sabha PDF

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